ढींगरी मशरूम की खेती- ढींगरी मशरूम का उत्पादन करने के लिए हमें छप्पर और कमरों की आवश्यकता होती है जिसमें दरवाजे व खिड़कियों पर जाली होनी चाहिए यह किसी भी साइज के बनाए जा सकते हैं अगर कमरों का साइज 18 * 15 * 10 हो तो इसे लगभग 300 मशरूम के बैग बनाए जा सकते हैं।
ढींगरी मशरूम की खेती
ढींगरी मशरूम के लिए जगह तैयार करना
धींगरी मशरूम का उत्पादन गेहूं की तुड़ी का उपयोग करके बनाया जा सकता है सबसे पहले जांच ले की तुड़ी गीली व सड़ी हुई ना हो और जीवाणु वह हानिकारक फफूंद नहीं होनी चाहिए।
इससे बचाव के लिए सबसे पहले 90 लीटर पानी के अंदर 12 से 14 किलो सूखी भूसी को गीला किया जाता है जिसमें 10 लीटर पानी में 5 ग्राम कार्बनडाईजियम तथा फॉर्मलीन का घोल बना लिया जाता है उसमें मिला दिया जाता है फिर बाहर निकाल कर इसे 15 से 20 घंटे तक सुखा दिया जाता है
ढींगरी मशरूम की बिजाई
इनमें हमेशा फ्रेश बीजों का उपयोग किया करना चाहिए बीजों को पहले ही खरीद लेना चाहिए जो बहुत जरूरी है 100 kg भूसी के लिए 10 किलोग्राम बीज पर्याप्त रहता है बीजों को फॉर्मलीन से उपचारित कर लेना चाहिए 4 kg भुसी में 100 ग्राम बीज मिलकर थैलियां की पैकिंग बना देनी चाहिए और उन पर 10 से 12 छेद करके रख लेना चाहिए ।
मशरूम की तुड़ाई
हमेशा तुड़ाई करने के बाद पानी देना चाहिए पानी पहले देने पर परेशानी हो सकती हैं पहले कटाई के बाद दूसरी कटाई आने में एक सप्ताह लग जाता है 1 किलोग्राम भूसी में 700- 800 ग्राम मशरूम पैदा होती है तुड़ाई के बाद इसे साफ कपड़े पर फैला देना चाहिए और कुछ समय बाद पैकिंग करनी चाहिए सीधे पैकिंग करने से इसमें खराबी आ सकती हैं।
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किसान भाई खेती के बारे और जानकरी के लिए भारत सरकार की वेबसाइट देखे।

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