अनार की ज्यादा पैदावार वाली किस्में – किसान भाई अनार की इन सभी किस्मो को लगाकर आप प्रति वर्ष कमाई को दुगुना से भी ज्यादा कर सकते है। अनार एक ऐसा फल है जिसे हर मौसम खाया जाता है जिसमे फाइबर विटामिन K, विटामिन C, B आयरन ,पोटेशियम जिंक और ओमेगा 6 आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है इन्हीं वजह से अनार की मांग साल भर बनी रहती है किसान भाई अनार की खेती करके अच्छा खासा मुनाफा पा सकते हैं तथा इन किस्मों को बोने से रोगो का प्रकोप कम देखने को मिलेगा। इन निम्न किस्मों को आप अपने प्लांट में लगा कर अधिक से अधिक मुनाफा लें सकते हैं।
गणेश किस्म
गणेश किस्म के पौधे की लंबाई 1.5 मीटर से 2.5 मी तक होती है इस किस्म से किसान एक हेक्टर भूमि से 25 से 30 टन तक पैदावार ले सकते हैं अनार की गणेश किस्म के फल 145 से 155 दिनों के भीतर फल पक्क कर तैयार हो जाते हैं इसके फल का आकार बड़ा व इसका रंग पीला व लाल होता है।
अरक्ता किस्म
पौधे की लंबाई 1.5 मीटर से 2.5 मीटर तक होती है इस किस्म से किसान एक हेक्टर भूमि से 18 से 23 टन तक पैदावार ले सकते हैं यह फल 130 से 140 दिनों के भीतर पक्क कर तैयार हो जाते हैं इसका आकार मध्यम होता है और इसके फल का रंग गहरे लाल रंग का होता है।
भगवा किस्म
भगवा वेरायटी पूरे भारत में इसकी मांग सबसे ज्यादा रहती है हमारे देश के 70 से 80% क्षेत्रो में भगवा किस्म लगाई जा रही है इस किस्म के फल का रंग लाल होता एवं पौधे की लंबाई 1 पॉइंट 8 मीटर से 2 पॉइंट 1 मीटर तक होती है यह किस 6 महीने के भीतर फल देने को तैयार हो जाती है किसान इस किस्म से 16 से 20 टन तक का उत्पादन ले सकते हैं।
अनार के लिए कौन सी मिट्टी उपयुक्त है
अनार के लिए हल्की बालूई दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है जिसका PH 6.5 से 7 वाली मृदाएं अनार के लिए बेहतरीन होती हैं अनार कुछ हद तक क्षारीयता को भी सहन कर लेता है अनार के लिए काली चिकनी भारी मिट्टी की अपेक्षा हल्की बालूई दोमट मिट्टी में अनार की उपज अधिक मिलती है।
अनार की खेती कौन से महीने में की जाती है
अनार गर्मियों में अप्रैल से जून के महीना में लगाया जाता है। पौधों के रोपण के लिए 60×60×60 लंबाई चौड़ाई गहराई के गड्ढे खोदकर तैयार कर ले इसके बाद इसमें प्रति पौधे 20 किला गोबर खाद 1 किलो सिंगल सुपर फास्फेट 50 ग्राम क्लोरोपीरीफोस मिट्टी में मिलाकर गढ़ों की सत्ता से ऊपर तक भर दे जिससे मिट्टी जम जाए इसके बाद पौधे का रोपण करें।
अनार की खेती कौन से राज्य में होती है
अनार की खेती भारत की मुख्य फलदार फसल है अनार की खेती भारत के महाराष्ट्र हरियाणा उत्तर प्रदेश राजस्थान आंध्र प्रदेश कर्नाटक गुजरात और मध्य प्रदेश आदि राज्यों में मुख्य रूप से उनकी खेती की जाती है।
अनार के लिए उपयुक्त जलवायु
अनार की खेती शुष्क भूमि वाले किसानों के लिए फायदेमंद रहती है ज्यादा पैदावार के लिए सही किस्म का चुनाव करना बहुत जरूरी होता है फलों के विकास एवं पकाने के समय गर्म एवं शुष्क जलवायु की आवश्यकता होती है अनार को विभिन्न प्रकार की विविधताओं में उगा सकते हैं तथा अलग-अलग राज्य में अपनी जलवायु के अनुसार अलग अलग किस्मों का चयन कर सकते हैं।
अनार की खेती में रोग
भारी बारिश के कारण धब्बा सहित सड़न रोग हो जाता है इसका कारण अनार तितली जो अनार के फूल वह बनते फलों एवं पत्तियों पर बैठकर अंडे देती है तथा 7 से 10 दिनों के भीतर अंडों से सुंडी पनप कर फलों में प्रवेश कर जाती है जिससे फल सड़ने लगते हैं इसके बचाव के लिए प्रभावित फलों को तोड़कर नष्ट कर दे।
निदान
इण्डोक्साकार्व 14.5एस पी 1 मिली प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर फूल वह फल बांटे समय छिड़काव करें तथा यह 15 से 20 दिन के अंतराल पर पुनः दोहराएं। आप अनार के साथ पपीते के बारे में जानकारी ले सकते है उसके लिए निचे दी गई लिंक पर क्लिक करे।
पपीते की खेती कैसे की जाती है-फसल लगाने से पहले एक बार जरुर देखे
ये सभी जानकारी हमने कृषि एक्सपर्ट्स और भारत सरकार की वेबसाइट से ली है जो आपकी को आपनी पैदावार बढ़ाने में कारगर साबित होगी।
“नमस्ते! मैं हूं मनीष सांखला, आपका अपना किसान और ब्लॉगर। कृपया मेरे साथ जुड़ें krishiplus.com पर और खोजें खेती के नए राज़ और खेती के अद्वितीय उपकरणों के बारे में रोचक जानकारियां। आइए, साथ में खोजें भारतीय कृषि की नई दुनिया!
ऐसी जानकारी के लिए किसान अपना अधिक उद्पादन लेंगे
धन्यवाद आपका 🙏
Aapka bahut bahut dhanyawad aesi jankari ke liye 🙏