मशरूम की खेती- मशरूम एक खाद्य पदार्थ है जो प्राचीन काल से खाया जाता है । विश्व में लगभग 2000 वैरायटी के मशरूम पाए जाते हैं। जिससे 200 किस्में में भारत में ही पाई जाती है। यह मुख्य रूप से पहाड़ी तथा आदिवासी क्षेत्रों में पाई जाती है। मशरूम एक प्रकार की खाने योग्य फफूंद होती हैं ।जिसमें पर्णहरित नहीं पाया जाता है ।इनमें असंख्य बीच होते हैं।
मशरूम की खेती
मशरूम में तत्व
मशरूम सदियों से आहार का भाग रहा है यह पौष्टिकता से परिपूर्ण होता है मशरूम में अच्छी गुणवत्ता मिनरल्स प्रोटीन से भरपूर तत्व होते हैं मशरूम में उपस्थित तत्वों की प्रतिशतता निम्नलिखित है।
- प्रोटीन 3.7
- कार्बोहाइड्रेट 1.04
- वसा 0.4
- एश 1.04
- फाइबर कैल्शियम 2.45
- जल 91.0
मशरूम की किस्म
मशरूम बोने से पहले किसान भाई को उनकी किस्म के बारे में पूर्णतया पता होना बहुत जरूरी है। जिससे वह अपनी पूर्ण क्षमता से अधिक पैदावार करके अपने सुविधा अनुसार मोटी कमाई कर सकते हैं। यहां पर कुछ किस्म दे रखी है जो किस्म आपको अच्छी लगती हैं ।उसकी खेती करने के तरीके की लिंक भी नीचे दे रखी है। अगर आप जिन्हें आप क्लिक करके अपनी क्षमता व सुविधा अनुसार पेज खोलकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ढींगरी मशरूम
इस मशरूम के उत्पादन के लिए हमें छप्पर और खाली कमरों की जरूरत होती है ।इसको बोने के लिए गेहूं की तुड़ी यानी भूसी का इस्तेमाल किया जाता है ।जिसमें पुरानी तुड़ी का उपयोग नहीं किया जाता है ।भूसे के 1 किलोग्राम से 700- 800 ग्राम मशरूम प्राप्त हो सकते हैं इसका मूल्य 400 से ₹500 प्रति किलोग्राम होता है।
दूधिया मशरूम
दूधिया मशरूम को कैलोसाईबी इंडिका के नाम से भी जाना जाता है ।इन मशरूम का ताना बाकी मशरूम से बड़ा होता है। यह मशरूम डिमांड के हिसाब से तोड़ सकते हैं ।उनकी गुणवत्ता में कोई कमी नहीं होती है यह मशरूम 1 किलोग्राम तुड़ी से 1 किलोग्राम मशरूम प्राप्त किया जा सकता है।
बटन मशरूम
मटर मशरूम को उगाने के लिए कंपोस्ट कृषि पदार्थ की आवश्यकता होती है। यह सीधे नहीं उगाई जाती है इससे पहले पदार्थ को सडा करके उन्हें कृषि योग्य बनाया जाता है। जो बटन मशरूम के लिए बहुत ही ज्यादा उपयोगी है इनको बना कि अनेक विधिया है। जो अलग-अलग आर्टिकल के माध्यम से नीचे दी गई है किसान भाई यहां क्लिक करके उनके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
मशरूम के फायदे
मशरूम में लोह तत्व कैल्शियम व अन्य पदार्थों की तुलना में बहुत कम होता है ।तथा इसमें पोटेशियम सोडियम तुलनात्मक रूप से अधिक पाए जाते हैं ।मशरूम कम कैलोरी होने के कारण मोटापा रोकता है ।तथा कम शुगर तथा स्टार्ट होने की वजह से मधुमेह रोगी के लिए बहू की बहुत ही असरदार है। तथा मशरूम में कोलेस्ट्रॉल को काटने वाले तत्व भी पाए जाते हैं जो हृदय के लिए बहुत अच्छा है।
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